नई दिल्ली।
दिल्ली में लगाए गए एक हफ्ते के लॉकडाउन को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यह लॉकडाउन बड़ी त्रासदी से बचने के लिए लगाया गया है। उन्होंने कहा कि जब कोई रास्ता नहीं बचा था, तब लॉकडाउन का फैसला लिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड की दूसरी लहर के प्रकोप के बीच दिल्ली में ICU बेड खत्म हो चुके हैं और दवाइयों की कमी हो रही है, वहीं ऑक्सीजन का लेवल भी काफी कम हो गया है।
उन्होंने कहा कि 'छोटा लॉकडाउन है, घबराए नहीं। मज़दूर भाई-बहन लौटकर न जाएं। केंद्र सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है।
बता दें कि आज दिल्ली सरकार ने राजधानी में छह दिनों का लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। आज सोमवार रात 10 बजे से अगले सोमवार सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन की घोषणा की गई है। केजरीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 'सरकार आपका पूरा ध्यान रखेगी, हमने हालात की समीक्षा करके यह फैसला लिया है। इन छह दिनों के लॉकडाउन में हमें बेड और सप्लाई वगैरह की व्यवस्था करने में मदद मिलेगी।'
उन्होंने कहा कि 'हम आपको डरा नहीं रहे हैं, हम यह नहीं कहेंगे कि स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल ठप हो गई हैं, लेकिन हां, इनपर बड़ा दबाव बना हुआ है, किसी भी सिस्टम की एक सीमा होती है।'
रविवार को दिल्ली में एक दिन में सबसे ज्यादा 25,462 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी पहुंची गई है। संक्रमण की दर 29.74 प्रतिशत होने का मतलब है कि दिल्ली में लगभग प्रत्येक तीसरा नमूना संक्रमित पाया जा रहा है।
इनपर रहेंगी पाबंदियां?
- शॉपिंग मॉल, स्पा, ऑडिटोरियम और जिम बंद रहेंगे।
- सिनेमा हॉल 30% क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे।
- दिल्ली में रेस्तरां और भोजनालयों में बैठकर खाने की अनुमति नहीं है।
- सभी आवश्यक सेवाओं और होम डिलीवरी की अनुमति दी जाएगी।
- शादियों पर कोई रोक नहीं, लेकिन कर्फ्यू पास लेना होगा।
- प्रत्येक क्षेत्र में प्रति दिन केवल एक साप्ताहिक बाजार लगेगा।
- सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए स्कूलों के अंदर बाजार खोले जाएंगे।
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