लखनऊ।
- कोरोना के बढ़ते मामले और नाइट कर्फ्यू लगने के कारण रमज़ान में होगी डेढ़ पारे तरावीह की नमाज़।
इस्लामिक सेन्टर आफ इंडिया फिरंगी महल के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने रमज़ान और नमाज़ को लेकर एडवाइजरी जारी की है। जिसमें नाइट कर्फ्यू का पालन करने के साथ इबादत की सलाह दी गई है। नाइट कर्फ्यू लगने के साथ ही तीन, पांच और छह पारे की पढ़ी जाने वाली तरावीह पढ़ना मुमकिन नही है, इसलिए कि इन तरावीह के पढ़ने में दो से ढाई घंटे का समय लगता है।
शहर क़ाज़ी मुफ्ती इरफान मियां फिरंगी महली ने बताया कि सरकार द्वारा दी गई गाइडलाइन का पालन करते हुए रमज़ान में इबादत की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में अपनी हिफाज़त के साथ एक दूसरे की भरपूर मदद भी करें।
एडवाइज़री की खास बातें :-
- रमज़ान में भी कोविड प्रोटोकॉल पर पूरी तरह से अमल किया जाए।
- रमज़ान के रोजे फर्ज हैं इसलिए सारे बालिग़ मुसलमान रोज़ा जरूर रखें।
- तरावीह की नमाज़ सुन्नत मुवक्किदा है, उसका एहतिमाम जरूर करें।
- मस्जिदों में तरावीह में डेढ़ पारे ही पढ़े जायें जिससे कि नमाजी नाइट कर्फ्यू शुरू होने से पहले अपने अपने घर पहुंच जाएं।
- मस्जिद में एक वक्त में 100 से अधिक लोग एकत्रित न हों, बवक्त ज़रूरत कई जमाअत कर सकते हैं।
- मस्जिद में भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाए।
- सेहरी के समय जगाने के लिए लाउडस्पीकर का प्रयोग न किया जाए।
- इफ्तार में भी 100 से अधिक लोग जमा न हों।
- रमज़ान में विशेषकर इफ्तार के समय कोरोना के खात्मे के लिए दुआ जरूर करें।
- जो लोग हर साल मस्जिद में गरीबों के लिए इफ्तारी का आयोजन करते थे वह लोग इस साल भी करें।
- जो लोग हर साल रमज़ान में इफ्तार पार्टियां करते थे वह इसी रकम को या इसका राशन गरीबों को दे दें।
- जिन लोगों पर ज़कात फर्ज है, वह जरूर अदा करें।
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